कोरोना के रोगियों को होम आइसोलेशन में रखने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार यानी 29 अप्रैल को नई गाइडलाइंस की पुष्टि की है। इसके अनुसार, ऐसे रोगी जिनमें कोविद के लक्षण हैं या फिर लक्षण नहीं हैं, वे घर पर ही होम आइसोलेशन में रहें। उनके साथ ही कॉन्टेक्ट में आने वाले लोगों को भी होम क्वारंटाइन में रहना होगा।
आर्थिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, घर में कोरोना प्रभावशाली व्यक्ति की पूरी देखभाल करनी होगी। इसके साथ ही गंभीर व्यक्ति के परिजनों को लगातार अस्पताल या डॉक्टर्स के संपर्क में रहना होगा। कोरोना के लक्षण सामने आने के कम से कम 10 दिन बाद होम आइसोलेशन को खत्म किया जा सकता है, लेकिन ध्यान रहे लगातार तीन दिन तक अगर फीवर न आया हो तब।
नई गाइडलाइन्स की खास बातें:-
होम आइसोलेशन के लिए अनुमतिज जरूरी है
- ऐसे पेशेंट्स जिनको एचआईवी, कैंसर और ट्रांसप्लांट हुआ है।
- जो मरीज 60 साल से ऊपर हैं और कोमार्विड हैं।
परिचय के लिए आवश्यक बातें
1. क्रॉस वेंटिलेशन हो और कमरे की खिड़की खुली हो।
2. पेशेंट हमेशा ट्रिपल लेयर फेस पहनें।
3. मरीज के चेहरे को हर 8 घंटे पर बदलना अनिवार्य है।
4. रोगी को एक कमरे में ही रहना होगा।
5. पूरे घर में घूमने की मनाही होगी।
6. रोगी को घर के बाकी सदस्यों से उचित दूरी बनानी होगी।
7. बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों के पास जाने पर पाबंदी।
8. मरीज को दिन में दो बार गुनगुने पानी से गरारा करने और स्टीम लेने की सलाह दी गई है।
लिक्विड डाइट और आराम जरूरी
- होम आइससोलेश में रहने वाले रोगियों को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट में शामिल करना होगा।
- घर पर रहने वालों को ज्यादा से ज्यादा आराम करने की सलाह दी गई है।
- ब्लड ऑक्सीजन सेचुरेशन को नियंत्रित करने के लिए प्लस ऑक्सीडमीटर का इस्तेमाल करना अनिवार्य है।
- इसके साथ ही रोजाना 4 घंटे पर टेम्परेचर लेना जरूरी है।